दानिश के हिंदू होने का मसला उठाकर शोएब अख्तर ने देश को शर्मसार किया, वे अपने गिरेबां में झांके

 दानिश कनेरिया के हिंदू होने की वजह से भेदभाव का शिकार होने की बात कहकर शोएब अख्तर पाकिस्तानी मीडिया के निशाने पर आ गए हैं। कई पूर्व खिलाड़ियों ने भी शोएब के बयान को गैर जिम्मेदाराना बताया है। ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ के खेल संपादक सलीम खालिक ने तो शोएब को मुल्क की बेइज्जती कराने वाला शख्स करार दिया। खालिक ने ये भी कहा कि इस तरह के इलजाम लगाने से पहले अख्तर को अपने गिरेबां में जरूर झांकना चाहिए। बता दें कि कुछ दिनों पहले शोएब ने एक चैट शो में कहा था कि दानिश कनेरिया के हिंदू होने की वजह से कई खिलाड़ी उसके साथ लंच करने से भी परहेज करते थे।


बेवजह का तूफान
एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने लिखा, ‘शोएब का बयान बेहद आपत्तिजनक है। इससे दुनिया में यह संदेश जाएगा कि पाकिस्तानी लोगों में सभ्यता नहीं है। इस तरह के बयान मुल्क की नकारात्मक छवि पेश करते हैं। यह पाकिस्तान की बेइज्जती है। जब वो सफाई देने आए तो भी गलत बातें करते रहे। उन्होंने कहा कि हर टीम में एक-दो खिलाड़ी नस्लवाद को बढ़ावा देते हैं। इससे दुनिया के बाकी देश हमसे नाराज हो सकते हैं। क्योंकि न तो इसमें सच्चाई है और न ही इसका कोई सबूत है। विश्व क्रिकेट में शोएब बहुत प्रभावी रहे हैं। उनकी बात को हर क्रिकेट बोर्ड गंभीरता से लेगा। अब उनका विरोध करने का कोई फायदा नहीं क्योंकि नुकसान तो हो ही चुका है। अगर ऐसा हुआ तो अख्तर 15 साल तक चुप क्यों रहे?’  


 


शोएब खुद के गिरेबां में तो झांकें
ट्रिब्यून के खेल संपादक सलीम खालिक ने कहा, “शोएब का बयान बेहद अफसोसनाक है। मैंने कई बार दानिश और बाकी खिलाड़ियों के साथ खाना खाया लेकिन भेदभाव की बात महसूस नहीं की। मुझे लगता है कि शोएब ने चर्चा में रहने और यूट्यूब चैनल को बढ़ाने के लिए इस तरह का मुद्दा उठाया। वो भारतीय लोगों को आकर्षित करना चाहते थे। हमारे पूर्व क्रिकेटर कोहली और सहवाग की तारीफ कर अपने यूट्यूब चैनल के सब्सक्राइबर्स बढ़ाने में लगे हैं। हिंदू वाला मसला था। इसलिए भारत में इस पर टॉक शो होने लगे। इस मामले से पाकिस्तान की बेहद बदनामी हुई। शोएब का तो कुछ नहीं बिगड़ा। अगर वो इतने ही सच्चे हैं तो क्यों खुद की हरकतों के बारे में नहीं बताते। इमरान को भी शोएब के बारे में सोचना चाहिए।”